पूछे गये प्रश्नों की प्रकृति को समझ कर इस साक्षी द्वारा उत्तर दिया गया था अतः इस साक्षी को सक्षम साक्षी पाया गया परन्तु यह साक्षी शपथ का अर्थ नही समझ रहा था अतः उसे शपथ नही दिलाई गई।
2.
| अत: यह बयान सामान्य बयान की तरह नहीं पढ़ा जाता और न ही बयान की तरह मान्य होता है | एक अभियुक्त भी सक्षम साक्षी होता है और जहां वह बिलकुल निर्दोष हो वहां स्वयं को साक्षी के तौर पर प्रस्तुत कर अपनी निर्दोषिता सिद्ध कर सकता है| चूँकि साक्षी के तौर पर दिए गए उसके बयान पर प्रतिपरीक्षण हो सकता है अत; यह बयान मान्य है| किन्तु भारत में इस प्रावधान का उपयोग करने के उदाहरण ढूढने से भी मिलने मुश्किल हैं |